गांव में आदीपुर पुलीस ने जुगारीयो पर रेड की ।जहां से नवे हजार सातसो सीतेर रोकड रकम ओर बतीस हजार नवसो किमत के मोबाइल फोन तीन लाख पचानवे हजार के आठ वाहन जप्त कीये थे।जब के जप्त किये वाहनो में से ऐक वाहन कीसी खास लोगो का था रीकवेस्ट करने पर आदीपुर पीऐसआइ डांगर ने यह वाहन नहीं छोडे जाने पर आदिपुर
पुलीस ने तोड की ऐसा आरोप लेखीत रजुआत कर के की गइ है।
हमने जब आदिपुर पीऐसआइ डांगर से इस बारे में बात करी तब पीऐसआइ डांगर ने बताया के जुगार में पकडे गये वाहनो में से ऐक वाहन आरोप करने वाले के भाइ का वाहन था जो में ने कानुन का पालन करते हुये नहीं छोडा ।तब आरोप करने वाले ने दबाव बनाने के लीये मुज पर लेखित तोड करने का आरोप लगा कर लेखीत रजुआत करी है ।
दोनो संदरभ देखा जाये तो पुलीस को दबाने के लीये ओर आरोप लगाने को तैयार रहते हैं ।
पुलीस की कामगीरी निसंदेह है ।आरोप प्रत्यारोप होते रहते हैं ।कानुन कानुन का काम करेगा ।।